चाल चक्र में आज हम आपको बताएंगे बच्चे किस प्रकार संस्कारी बनते हैं, क्या है इसके पीछे का रहस्य? जन्म से लेकर 21 वर्ष तक मुख्य रूप से संस्कारों का निर्माण होता है. इस अवस्था में पड़ी हुयी आदतें ही आगे चलकर संस्कार का रूप ले लेती हैं. खान पान से लेकर, मित्रता और पूजा उपासना तक, हर छोटी बड़ी चीज़ का अपना महत्व होता है. बच्चे के ऊपर माता-पिता के संस्कारों का प्रभाव भी पड़ता है, इसका ध्यान रखना चाहिए. जन्म से लेकर 5 वर्ष तक की आयु तक किन बातों का ध्यान रक्खें? इस उम्र में बच्चे के आहार और खान पान का विशेष ख्याल रखना चाहिए. इस उम्र में जो खाने पीने की आदतें पड़ जाती हैं, जो जीवन भर नहीं छूटती. चूंकि खान पान से ही सोच और विचार बनते हैं, अतः सोच समझकर आहार देना चाहिए. मांसाहार, फ़ास्ट फ़ूड, बासी और तेल मसाले वाले भोजन से बच्चों को बचाना जरूरी होगा.