चाल चक्र की खास पेशकश में देखिए कि विदेश यात्रा का अर्थ ज्योतिष में समुद्र पार की यात्रा माना जाता है. कोई भी लंबी यात्रा जिसमें कम से कम तीन पहर लगें, विदेश यात्रा समझी जाती है. कुंडली में पंचम, नवम,द्वदश भाव मूल रूप से विदेश यात्रा से संबंधित होते हैं.