चाल चक्र में आज आपको बताएंगे क्या है गुप्त नवरात्रि और क्या है इसका महत्व?. सामान्यतः हम लोग वर्ष में पड़ने वाले केवल दो नवरात्रों के बारे में जानते हैं. चैत्र या वासंतिक नवरात्र और आश्विन या शारदीय नवरात्र . इसके अतिरिक्त दो और नवरात्र भी हैं जिनमे विशेष कामनाओं की सिद्धि की जाती है. कम लोगों को इसका ज्ञान होने के कारण या इसके छिपे हुए होने के कारण इसको गुप्त नवरात्र कहते हैं. वर्ष में दो बार गुप्त नवरात्रि आती है - माघ शुक्ल पक्ष में और आसाढ़ शुक्ल पक्ष में , इस प्रकार कुल मिलाकर वर्ष में चार नवरात्र होते हैं. यह चारों ही नवरात्र ऋतु परिवर्तन के समय मनाये जाते हैं. महाकाल संहिता और तमाम शाक्त ग्रंथों में इन चारों नवरात्रों का महत्व बताया गया है. इनमे विशेष तरह की इच्छा की पूर्ति तथा सिद्धि प्राप्त करने के लिए पूजा और अनुष्ठान किया जाता है. इस बार आषाढ़ महीने की गुप्त नवरात्रि 13 जुलाई से 21 जुलाई तक रहेगी.