चाल चक्र में आज बात होगी कृष्ण की महिमा की. कृष्ण जी को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है. श्री हरि के अवतारों में यही सम्पूर्ण अवतार माने जाते हैं. माना जाता है की श्रीकृष्ण सोलह कला संपन्न थे. श्री कृष्ण को अलौकिक देव कहते हैं, और हर समय इन्होने अपने भगवान होने का परिचय दिया है. श्री कृष्ण के मुख्य रूप से तीन स्वरुप हैं - ब्रज के कृष्ण , राजा कृष्ण और पार्थ सारथि कृष्ण हर रूप में श्री कृष्ण अपने भक्तों को आकर्षित करते हैं , इसीलिए उन्हें कृष्ण कहा जाता है. हर रूप में वो भक्तों की समस्याओं को हर लेते हैं और उन्हें मुक्ति मोक्ष का वरदान देते हैं.