चाल चक्र में आज बात करेंगे नवदुर्गा के छठे स्वरुप मां कात्यायनी की और जानेंगे मां की प्रार्थना से क्या लाभ होगा. मां कात्यायनी का जन्म कात्यायन ऋषि के घर हुआ था. इसलिए इनको कात्यायनी कहा जाता है. इनकी चार भुजाओं में अस्त्र-शस्त्र और कमल का पुष्प है. इनका वाहन सिंह है. ये ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी हैं. गोपियों ने कृष्ण की प्राप्ति के लिए इनकी पूजा की थी.