चाल चक्र में आज आपको बताएंगे यन्त्र कैसे स्थापित करें और इसकी महिमा क्या है. यन्त्र एक विशेष प्रकार की सधी हुई ज्यामितीय आकृति है, जो मन्त्रों का भौतिक स्वरुप है. किसी विशेष मंत्र या शक्ति को अगर रूप में ढाला जाए तो यंत्र का निर्माण होता है. यन्त्र में आकृति, रेखाओं और बिंदु का विशेष प्रयोग होता है. एक भी रेखा, आकृति या बिंदु के गलत होने से अर्थ का अनर्थ हो सकता है. यन्त्र दो तरह के होते हैं - रेखाओं और आकृतियों वाले तथा अंकों वाले आकृति वाले यन्त्र ज्यादा ताक़तवर होते हैं, अंकों वाले कम.