चाल चक्र में आज आपको बताएंगे कौन होते हैं पितृ और क्या होता है पितृपक्ष. हमारे परिवार के जिन पूर्वजों का देहांत हो चुका है , उन्हें हम पितृ मानते हैं. जब तक किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसका जन्म नहीं हो जाता वह सूक्ष्म लोक में रहता है. ऐसा मानते हैं कि इन पितरों का आशीर्वाद सूक्ष्मलोक से परिवार जनों को मिलता रहता है. पितृपक्ष में पितृ धरती पर आकर अपने लोगों पर ध्यान देते हैं और आशीर्वाद देकर उनकी समस्याएं दूर करते हैं. पितृपक्ष में हम लोग अपने पितरों को याद करते हैं और उनकी याद में दान धर्म का पालन करते हैं. इस बार पितृपक्ष 25 सितम्बर से 09 अक्टूबर तक रहेगा.
The Pitru Paksha Shradh commence on the Purnima or Full Moon Day (at times the next day) and conclude on Amavasya or the New Moon Day. The dark fortnight or 15 day period of the Bhadrapad month as per Hindu Lunar Calendar is marked as Pitru Paksh Shradh and observed as an obeisance to ancestors