एकादशी का व्रत इतना महत्वपूर्ण क्यों है? क्या है पुत्रदा एकादशी का महत्व? चाल चक्र में आज इस पर चर्चा होगी. व्रतों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण व्रत एकादशी का होता है. एकादशी का नियमित व्रत रखने से मन कि चंचलता समाप्त होती है.धन और आरोग्य की प्राप्ति होती है, हारमोन की समस्या भी ठीक होती है तथा मनोरोग दूर होते हैं. पुत्रदा एकादशी का व्रत संतान प्राप्ति तथा संतान की समस्याओं के निवारण के लिए किया जाने वाला व्रत है. इस उपवास को रखने से संतान सम्बन्धी हर चिंता और समस्या का निवारण हो जाता है.