चाल चक्र में आज आप जानेगें पापमोचनी एकादशी के बारे में. व्रतों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण व्रत एकादशी का होता है. एकादशी का नियमित व्रत रखने से मन की चंचलता समाप्त होती है. हार्मोन्स की समस्या भी ठीक होती है, मनोरोग दूर होते हैं. पापों के प्रायश्चित के लिए किया जाने वाला व्रत है. इस व्रत से पूर्व कर्म के ऋण और राहु की समस्याएं भी दूर हो जाती है. पापमोचनी एकादशी का व्रत आरोग्य, संतान प्राप्ति और इस व्रत से पूर्व कर्म के ऋण और राहु की समस्याएं भी दूर हो जाती हैं. ये चैत्र कष्ण पक्ष की एकादशी को रखा जाता है. इस महीने में जल का अधिक प्रोयग करने की सलाह दी जाती है. इस व्रत में जल का प्रोयग ज्यादा होता है.