सूर्य की मकर संक्रांति एक विशेष अवसर है. इस समय सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं. इस समय से प्रकृति और भाग्य में परिवर्तन होता है. सूर्य के राशि परिवर्तन से सूर्य, शुक्र और केतु के साथ हो जाएगा. उस पर मंगल की दृष्टि भी होगी. सूर्य के इस परिवर्तन का प्रभाव लगभग एक माह तक बना रहेगा. संक्रांति के दिन स्नान करके सूर्य देव का ध्यान करें. उनके विशिष्ट मंत्र का जप करें. मंत्र होगा - "ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणाय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।" मन्त्र के जप के बाद गुड़, तिल और अन्न का दान करें. नवान्न की खिचड़ी खाएं.