यूपी के लखीमपुर खीरी में किसानों को रौंदकर हत्या के बाद अब राजस्थान के हनुमानगढ़ में दलित की हत्या पर सियासी बवाल शुरु हो गया है. जो कांग्रेस लखीमपुर खीरी में तंबू गाड़कर किसानों को न्याय दिलाने के लिए बैठी थी उसकी दलित युवक की हत्या मामले में बोलती बंद हो गयी है. हनुमानगढ़ में पीड़ित परिवार से मिलने ना तो प्रियंका पहुंचीं और ना ही राहुल गांधी. अब ऐसे में सबसे बड़ा सवाल कि क्या इंसान की जान की कीमत समय और जगह के हिसाब से सियासी पार्टियां तय करती है? क्या दलित की हत्या कांग्रेस के लिए मायने नहीं रखती? जितना उत्साह बीजेपी दलित की हत्या में सवाल पूछने में दिखा रही है क्या वैसी ही जल्दीबाजी लखीमपुर के किसानों को न्याय दिलाने में क्यों नहीं दिखी? देखें दंगल.
After the Lakhimpur Kheri case, a political uproar has started over the murder of Dalit in Hanumangarh, Rajasthan. The Congress which was demanding justice for the farmers of Lakhimpur is silent on the murder of a Dalit youth. Neither Priyanka nor Rahul Gandhi reached Hanumangarh to meet the victim's family. BJP, which is raising questions about the murder of a Dalit, is delaying justice in the Lakhimpur case. Watch Dangal.