असम में रह रहे चालीस लाख कथित अवैध घुसपैठियों को लेकर आज संसद में ज़ोरदार हंगामा हुआ. इतना कि कुछ देर के लिए सदन की कार्यवाही तक रोक देनी पड़ी. आप सबने असम में एनआरसी, घुसपैठिए ये सब शब्द बहुत सुने होंगे. इसलिए आज की बहस की शुरूआत करने के पहले आपको ये बताना ज़रूरी है कि इन शब्दों के अर्थ और इनकी प्रासंगिकता क्या है. एनआरसी नेशनल सिटीज़नशिप रजिस्टर है. जिसके तहत असम में नागरिकों की गिनती की जा रही है. आज की बहस इसलिए है कि क्योंकि नेशनल सिटीज़न रजिस्टर के जारी हुए ड्राफ्ट के मुताबिक़, चालीस लाख लोगों के पास भारतीय होने के पर्याप्त दस्तावेज़ नहीं हैं. हालांकि सरकार कह रही है कि ये लिस्ट आखिरी लिस्ट नहीं है, इन लोगों को अभी अपनी नागरिकता साबित करने के और मौके मिलेंगे. 2015 से सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एनआरसी को अपडेट किया जा रहा है.