देश की राजधानी में बाबागीरी के नाम पर अय्याशियों का इतना बड़ा रैकेट तीस साल से चल रहा था और दिल्ली पुलिसस को कुछ पता नहीं. लेकिन वीरेंद्र दीक्षित की करतूतें रोंगटे खड़े कर देती हैं. दिल्ली महिला आयोग की जांच में पता चला है कि दीक्षित खुद को कृष्ण बताकर बच्चियों का बलात्कार करता और जो बच्चियां तैयार नहीं होतीं उन्हें कमरे में बंद करवा देता.