बिहार में हो रही मूसलाधार बारिश ने बिहार में सुशासन की पोल खोल दी है. आलम ये है कि बिहार की राजधानी पटना, पानी पानी है. पटना में शायद ही कोई गली, कोई घर बचा हो, जहां पानी न घुस आया हो, आलम ये है कि लोग घरों में कैद हो गए हैं. सवाल ये है कि जब मूसलाधार बारिश का अलर्ट था तो बारिश से बचने के इंतजाम क्यों नहीं किए गए थे? शहर में जलनिकासी की व्यवस्थाओं को समय रहते दुरुस्त क्यों नहीं किया गया? क्या सिर्फ कुदरत का कहर कहकर जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ा जा सकता है. वीडियो देखें.