पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, आरएसएस के मेहमान बन कर नागपुर पहुंचने वाले हैं. और कांग्रेस में खलबली मची हुई है. भले ही सीधे सीधे कांग्रेस ने प्रणब मुखर्जी के संघ के कार्यक्रम में जाने पर बयान नहीं दिया, लेकिन दाएं बाएं से आने वाले कांग्रेस नेताओं के बयान ये साफ बताते हैं कि कांग्रेस को दादा का नागपुर जाना अच्छा नहीं लगा. जवाब में आज संघ के थिंक टैंक कहे जाने वाले मनमोहन वैद्य ने एक लेख लिखा है. इस लेख में उन्होंने प्रणब के विरोध को कांग्रेस का बैद्धिक आतंकवाद क़रार दिया है. आरएसएस के कार्यक्रम में प्रण मुखर्जी को बुलाने का एक खास राजनीतिक तबके में विरोध हो रहा है. लेकिन संघ के किसी स्वयंसेवक ने प्रणब मुखर्जी को बुलाने का विरोध नहीं किया. एक कद्दावर नेता, जो देश के पूर्व राष्ट्रपति हैं, उन पर जूनियर नेता सवाल उठा रहे हैं. विचारों का ये अंतर, संवाद के भारती और गैर भारतीय नज़रिए की वजह से है.