दिल्ली में आज जिन अफसरों को सरकारी दफ्तरों में कामकाज करना चाहिए था वो सडकों से लेकर मंत्री के घर तक इंसाफ मांग रहे हैं. जो मुख्य सचिव नौकरशाही का सबसे बड़ा अफसर होता है - वो बदसलूकी को लेकर रोना रो रहा है- जिस सरकार को लोगों के साथ होना चाहिए था वो मारपीट के आरोपों में उलझी नजर आ रही है. मंत्री से लेकर विधायक और अफसर तक थाने पुलिस स्टेशन के चक्कर काट रहे हैं मतलब दिल्ली सरकार में कामबंदी और सियासत चालू है.