जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का दर्द एक बार फिर उन लोगों के लिए छलका है जो आतंकियों के खिलाफ सेना के ऑपरेशन में मुसीबत बनते हैं. कल शोपियां के पहनूं में सेना के कैंप पर हमला करने वाले 2 आतंकियों को जवाबी कार्रवाई में मार गिराया गया. आतंकियों से सेना के क्रॉस फायर में 4 अन्य लोग भी मारे गए हैं. इस पर मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अपने बयान में कहा कि उन्हें मारे गए नागरिकों की मौत पर गहरा दुख है. हालांकि सेना की ओर से साफ कहा गया है कि आतंकियों के साथ मारे गए लोग आतंकियों के ओवर ग्राउंड वर्कर थे. इस मसले पर आज अलगाववादियों ने कश्मीर बंद भी रखा था. उधर सेना पर दर्ज एफआईआर के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में जम्मू-कश्मीर सरकार ने कहा कि एफआईआर में मेजर आदित्य का नाम नहीं है। हालांकि आगे की जांच में भी उनका नाम नहीं होगा ये गारंटी नहीं ली जा सकती। 27 जनवरी को शोपियां में आत्मरक्षा में चली सेना की गोली से 3 लोग मारे गए थे, जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली थी.