बीएसपी की मुखिया मायावती ने अपने जन्मदिन पर रिटर्न गिफ्ट में अपने कार्यकर्ताओं से लोकसभा चुनाव में जीत का तोहफा मांगा है. आज ही मायावती का जन्मदिन है, जिसके केक काटे जाने की झलकियां आप अभी अभी देख ही चुके हैं. लेकिन मुस्लिम वोटरों के लिए रिटर्न गिफ्ट का ऐलान मायावती ने आज ही कर दिया है. मायावती ने आज बर्थडे प्रेस कांफ्रेंस में, मुसलमानों के लिए आर्थिक आधार पर अलग से आरक्षण की मांग कर दी है. लेकिन हाल ही में मोदी सरकार ने गरीब सवर्णों के लिए जो दस प्रतिशत आरक्षण देने का ऐलान किया है. उसमें मुसलमानों समेत सभी अल्पसंख्यकों को भी शामिल किया गया है. फिर मायावती मुसलमानों के लिए अलग से आरक्षण क्यों चाहती हैं ? क्या ये हाथी के दिखाने के दांत हैं ? या मुसलमान वोट बैंक को सहेजने की बीएसपी की रणनीति? आज का दंगल इसी पर होगा. कि क्या दलित. मुस्लिम गठजोड़ के सहारे मोदी को हरा पाएंगे मायावती और अखिलेश यादव?
On her 63rd birthday, BSP chief Mayawati held a press conference in which she attacked BJP and Congress for betraying people. She also raised the Friday Namaaz controversy that occurred in Noida. During her address, she also talked about giving reservation to Muslims of the country. Now, the question comes whether SP-BSP alliance work for the welfare of Muslims. Will Dalits and Muslims be benefitted from the pre poll alliance. Watch this debate on Dangal to know what our panelists think over the issue.