श्रीनगर के सीआरपीएफ कैंप में जवान आतंकियों से दो दो हाथ कर रहे हैं. घंटों की गोलीबारी में एक जवान शहीद हो चुका है और तीन दिन में शहादत की तादाद 6 तक जा पहुंची है. वक्त सवाल करने का भी है और जवाब तलाशने का भी. आखिर सेना पर हमले के बाद भी फाइनल प्रहार का वक्त कब आएगा- आतंकियों की गोली और सियासत की बोली में फंसे सैनिक कब तक यूं शहीद होते रहेंगे.