वीर सावरकर के नाम पर असहिष्णुता की बहस गर्म हो गई है. मामला है मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र का. मध्य प्रदेश में राष्ट्रपति से सम्मानित एक स्कूल प्रिंसिपल को सिर्फ इसलिए निलंबित कर दिया गया क्योंकि एक एनजीओ ने मुफ्त में स्कूली बच्चों को जो कॉपियां बांटी थीं उन पर सावरकर की फोटो थी. तो मुंबई यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर योगेश सोमन को सावरकर पर राहुल गांधी के बयान का विरोध महंगा पड़ा. उन्हें जबरन छुट्टी पर भेज दिया गया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी हमेशा से मोदी सरकार में अभिव्यक्ति की आजादी नहीं होने का आरोप लगाते रहे हैं, लेकिन दोनों मामलों के बाद सवाल उठ खड़ा हुआ है, कि क्या औरों को नसीहत, खुद की फजीहत? इस पर दंगल में देखें बड़ी बहस.