किसानों पर देश में चल रहे दंगल के बीच कृषि सुधार, आंदोलन, राजनीति, कृषि क्षेत्र में बदलाव- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इन सब पहलुओं पर अपनी बातें रखी हैं. राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में प्रधानमंत्री ने आज कृषि कानूनों पर अडिग रहने का संकेत देने के साथ-साथ कहा कि कानून बनते हैं, तो अच्छे सुझावों पर उनमें बदलाव भी होता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जो कृषि सुधार हुए हैं, उनकी वकालत पहले की सरकारें करती रही हैं. प्रधानमंत्री ने विपक्ष से कहा कि बदलाव होने दें, अगर अच्छा हुआ तो विपक्ष के नाम, खराब हुआ तो मोदी के नाम. प्रधानमंत्री मोदी ने आंदोलन खत्म करने की अपील की. MSP के बने रहने की गारंटी दी, मंडियों को और आधुनिक बनाने पर जोर दिया, लेकिन साथ ही साथ कहा कि आजकल एक नई FDI है, वो है फॉरेन डिस्ट्रक्टिव आईडियोलॉजी. मोदी ने ये भी कहा कि आजकल कुछ आंदोलनजीवी होते हैं, वो खुद तो आंदोलन खड़ा नहीं करते, लेकिन कहीं भी आंदोलन हो तो वहां पहुंच जाते हैं. पीएम ने आंदोलनजीवी परजीवी कहके उन्हें संबोधित किया. प्रधानमंत्री मोदी ने खुद की आलोचना के मद्देनजर ये भी कहा कि मोदी है तो मौका है, आनंद लीजिए. कुल मिलाकर प्रधानमंत्री मोदी ने आज कृषि कानूनों पर अपनी सरकार की नीति और नीयत को एक बार फिर साफ किया. देखें दंगल, रोहित सरदाना के साथ.