नागपुर हिंसा के केस में जैसे जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है, हिंसा के पीछे पूर्व नियोजित साजिश का शक गहरा होता जा रहा है. पुलिस की ओर से खुलासा किया गया कि 17 मार्च को सोशल मीडिया के जरिये अफवाह फैलाकर ही भीड़ इकट्ठा की गई थी और पुलिस पर सुनियोजित हमले के पीछे भी सोशल मीडिया पर वायरल किये गए भड़काऊ दावे और बयान थे. इधर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने कहा कि नये भारत में आक्रांताओं का महिमामंडन देशद्रोह होगा. ऐसे में सवाल कि किया नागपुर हिंसा के पीछे सुनियोजित साजिश थी. क्या भारत में मुगलों की तारीफ करना देशद्रोह है? देखें दंगल.