पेट्रोल-डीजल और LPG गैस की कीमतें पिछले 2-3 महीनों से लगातार बढ़ रही हैं. इसीलिए अब ये सियासत का मुद्दा बन रहा है. जब पेट्रोल-डीजल सौ रुपए प्रति लीटर के करीब पहुंच रहा है, तो कांग्रेस ने इसे लोगों की जेब पर डाका कहा है, जबकि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसे चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही हैं. पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर केंद्र का टैक्स यानी एक्साइज ड्यूटी बनाम राज्य का टैक्स यानी वैट को लेकर सियासी संग्राम भी छिड़ रहा है. आखिर बेतहाशा बढ़ रही कीमतें कब थमेंगी, बड़ा सवाल ये है. सवाल ये भी कि क्या सरकार लोगों पर पड़ रहे बोझ को लेकर संवेदनहीन हो रही है? क्या डीजल-पेट्रोल-गैस की कीमतें महंगाई को बेकाबू कर रहा है? देखें दंगल, रोहित सरदाना के साथ.