क्या बीते 25 बरस की राजनीति में राम मंदिर का निर्माण ना होना धर्म की दीर्घकालीन राजनीति है? मंदिर-मंदिर सीएम-पीएम ही नहीं अब राहुल गांधी भी मस्तक पर लाल टिका लगाकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. क्या हिंदुत्व की राजनीतिक प्रयोगशाला में सियासत का ये नया घोल है, जहां हिंदू-मुस्लिम के बीच लकीर खींचने से आगे हिंदुत्व की बड़ी लकीर खींच कर सियासत को मंदिर की चौखट पर ले आया गया है? देखें '10 तक'.