राजनीति का एक फलसफा ये भी है कि कहीं पे निगाहें, कहीं पे निशाना. अभी तो उपचुनावों की छाया से ही देश निकला है लेकिन अगले चुनावों की आहट सियासी गलियारों में सुनाई पड़ने लगी है और उसमें सुनाई पड़ रही है पाकिस्तान और आतंकवादी हाफिज सईद की गूंज. बीजेपी ने विपक्ष की तुलना हाफिज सईद से कर दी है. तो सवाल है कि क्या पाकिस्तान और उसके आतंकियों का नाम चुनावी वैतरणी पार लगा पाते हैं. देखें- 'दस्तक' का ये पूरा वीडियो.