क्या दिल्ली के चांदनी चौक में ये कहना पड़ेगा कि विकास तुम बाद में आना. जहां सीधा और बड़ा सवाल है- मंदिर तोड़ विकास या विकास तोड़ृ मंदिर? हमारे देश में स्कूल से ज्यादा धार्मिक स्थल हैं. हमारे देश में सड़क हादसे के बाद घायल को पहंचाने लायक अस्पताल दूर मिलता है लेकिन कोई मजार, कोई मंदिर, कोई दूसरा धार्मिक स्थल नजदीक. देश की राजधानी में ही विकास को तोड़ कर उस मंदिर को बचाने की राजनीति होती है, जिसे गैरकानूनी रूप से निर्माण मानकर अदालत तक ने हटाने को कहा. आखिर क्या है सियासत की वजह, देखें दस्तक, सईद अंसारी के साथ.