क्या वाकई चरखा कातते प्रधानमंत्री की तस्वीर महात्मा गांधी की तस्वीर की जगह चस्पा हो सकती है. यह सवाल चाहे मौजूदा राजनीति के लिए महज तस्वीरो के बदलने भर का मसला हो, लेकिन जब बात खादी की हो रही है और उस पर भी चरखा कातते महात्मा गांधी की तस्वीर की, तो ये सवाल हर जहन में जरूर आना चाहिये कि वाकई यह बस तस्वीरों की मसला है या फिर इसके पीछे कोई गहरी मंशा छुपी? 10 तक देखें में इसी मुद्दे पर खास नजर...