कील और कांटा दोनों नुकीला होता है. कील और कांटा दोनों चुभता है. तस्वीरों में भी चुभन ही पैदा करता है. सच ये भी है कि कांटे से कांटा निकाला जाता है.. तो किसान आंदोलन के तीन बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस की तरफ से कील कांटे की बैरिकेडिंग किसानों को घेरने के लिए है या दिल्ली को एक बार फिर किसानों की आड़ लेकर उपद्रवियों से बचाने वाला सुरक्षा घेरा है? दिल्ली में किसान आंदोलन के आगे क्या कानून व्यवस्था के लिए कील और शांति व्यवस्था बनाने के लिए कांटा लगाया गया है? 26 जनवरी को जो लोग कहते रहे कि दिल्ली पुलिस ने लालकिले तक क्यों उपद्रवियों को जाने दिया? 26 जनवरी को जो लोग आरोप लगाते रहे कि दिल्ली पुलिस ने षड्यंत्र करके हिंसा-अशांति-उपद्रव फैलाने वालों को दिल्ली में जाने दिया, वही अब पिछले 48 घंटे से ये सवाल उठा रहे हैं कि दिल्ली के बॉर्डर पर कील-कांटा लगाकर सुरक्षा घेरा क्यों बनाया गया है? देखें दस्तक, रोहित सरदाना के साथ.