लोकसभा में संविधान, आपातकाल के पचास साल और अब सेंगोल को प्रतीक बनाकर घेराबंदी की सियासत छिड़ी है. जहां संविधान, इमरजेंसी और सेंगोल के नाम पर दलितों, पिछड़ों के वोट को अपने पाले में आगे भी मजबूत करने की लड़ाई हो रही है. सदन में जय संविधान तक बोलने पर आपत्ति की जा रही है. देखें दस्तक.