गुजरात के एक गांव में परंपरा के नाम पर खेला जाता है मौत का खेल. यहां रस्सियों में बांध लोगों को घुमाया जाता है. दरअसल ये खेल आदिवासी परंपरा का हिस्सा है. होली के बाद ये उत्सव पूरे पंद्रह दिन चलता है. लोग रस्सी से झूलकर मन्नत मांगते हैं.