कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार के बीच शुरू हुआ युद्ध अपने शबाब पर है. एक तरफ कंगना हर-हर महादेव का उद्घोष करके इस लड़ाई को और आगे ले जाने का तेवर दिखा रही हैं तो दूसरी ओर शिवसेना और महाराष्ट्र सरकार ने भी मानों ठान लिया है कि कंगना को हर हाल में सबक सिखाना है. दोनों की लड़ाई में कंगना का दफ्तर तो टूटा ही है, लेकिन भाषा का संस्कार भी टूटा है.