अगर कोई शख्स किसी देश में गैरकानूनी तरीके से रह रहा है तो क्या मजहबी रंग देकर उसका बचाव किया जा सकता है? एनआरसी रजिस्टर आने से पहले जहां इसे मुसलमानों के खिलाफ साजिश बताई जा रही थी वहीं आज जब एनआरसी लिस्ट जारी हुई तो फिर कुछ नेता हिन्दू मुसलमान करने लगे हैं. एआईएआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि अब बीजेपी नागरिकता संशोधन विधेयक के जरिए गैरमुस्लिमों को नागरिकता दे सकती है यानी ओवैसी को लगता है कि जो 19 लाख लोग एनआरसी रजिस्टर में नहीं आ पाए, उनमें मुसलमानों को छोड़कर बाकियों को बैक डोर से नागरिकता दी जा सकती है. आज के हल्ला बोल में हमारा मुद्दा यही है, घुसपैठियों की पहचान पर हिन्दू मुसलमान क्यों?