संसद के बजट सत्र की शुरुआत हई तो करीब करीब ये साफ हो गया कि बीजेपी किन मुद्दों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है और कौन से मुद्दे सत्तारुढ़ पार्टी के लिए चुनौती साबित होंगे. राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में मोदी सरकार की पांच साल की उपलब्धियों का बखान किया. लेकिन रोजगार जैसे कुछ मुद्दों को लेकर सरकार के पास कुछ खास बोलने के लिए नहीं है.