अयोध्या के राम मंदिर विवाद की सुनवाई 17 अक्टूबर तक पूरी होनी है. फैसला 17 नवंबर से पहले संभव माना जा रहा है क्योंकि चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली पांच जजों की संविधान पीठ इसकी सुनवाई कर रही है और चीफ जस्टिस गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं. वो चाहते हैं कि फैसला उनके रिटायर होने से पहले आ जाए. लेकिन सुप्रीम कोर्ट की जल्दबाजी से ज्यादा बेसब्री नेताओं को हो रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में राम मंदिर का नाम लिए बिना कहा कि लोगों को जल्दी ही खुशखबरी मिलने वाली है. आखिर योगी की खुशखबरी क्या है? आज के हल्लाबोल में होगी इसी पर चर्चा.