कश्मीर घाटी में बीते कई माह से पत्थरबाजी रुकी हुई थी लेकिन इस बीच आज घाटी में फिर से पत्थरबाजी देखी गई. संगबाज फिर से श्रीनगर के डाउनटाउन में सुरक्षा बलों को पत्थर मारते देखे गए. देश की खुफिया एजेंसियों की मानें तो अब वे पत्थर के साथ-साश पेट्रोल बम फेंकने की योजनाएं बना रहे हैं और उन्हें अलगाववादियों की ओर से समर्थन मिल रहा है. एक ओर जहां सेना ऐसे पत्थरबाजों पर सख्त होने की बात कहती है. वहीं देश के सियासी संगठन इसे सियासी तौर-तरीकों से सुलझाने की बात कहते हैं.
आज तक के स्पेशल कार्यक्रम में भी अलग-अलग पार्टी और संगठनों के नेताओं ने पत्थरबाजी जैसे गंभीर मसले पर अपना-अपना पक्ष रखा. एक ओर जहां कुछ सियासतदां उनसे बातचीत की बात कहते हैं. वहीं कई राजनेता इसे बर्दाश्त से बाहर और सेना को खुली छूट देने की वकालत करते हैं.