बीते कई माह या फिर कहें कि सालों से अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर खड़ी हुई बहस में एक नया अध्याय जुड़ गया है. डीयू में जेएनयू के छात्र उमर खालिद के एक सेमिनार में बुलाए जाने को लेकर खड़ा विवाद अभी थमा भी नहीं था कि आज बीजेपी नेता शाजिया इल्मी को जामिया यूनिवर्सिटी में ट्रिपल तलाक पर लेक्चर देने के रद्द होने पर फिर से विवाद खड़ा हो गया है. इस बीच डीयू विवाद में एबीवीपी के खिलाफ मोर्चा खोल चुकी गुरमेहर कौर पर उठा बवाल भी थमने का नाम नहीं ले रहा. देखें अलग-अलग पार्टियों के नेता और प्रवक्ता क्या कहते हैं?