पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी कुर्सी बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. उनके खिलाफ पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव लाया जा चुका है. इस पर 31 मार्च को चर्चा होनी है. इस बीच मंगलवार को इमरान ने अपनी पार्टी के नेताओं के लिए हिदायत जारी की है. हिदायत में कहा गया है कि अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान किसी भी नेता को सदन में उपस्थित नहीं रहना है. 'इमरान खान का बचना मुश्किल है'- ये पाकिस्तान का विपक्ष कह रहा है. एकजुट विपक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है और एक सुर से इमरान खान का इस्तीफा मांगा है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो, PML-N के अध्यक्ष शहबाज शरीफ, एमक्यूएम और पीडीएम के अध्यक्ष मौजूद रहे. पहले कयास लगाए जा रहे थे कि इमरान देश के नाम संबोधन में अपने इस्तीफे का ऐलान कर सकते हैं लेकिन उनके मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि इमरान आखिरी बॉल तक खेलने वाले खिलाडी हैं- लिहाजा वो इस्तीफा नहीं देंगे. देखें हल्ला बोल का ये एपिसोड.