बीएसएफ के जवान तो बस ढंग की दाल-रोटी मांग रहे थे, लेकिन वह भी नहीं मिली, तो इंसाफ के लिए आवाज उठी. इसके बाद बीएसएफ के एडीजी गुरुवार को उसी पोस्ट पर पहुंचे जहां तेजबहादुर तैनात था और अपनी भूख को लफ्जों की शक्ल में सामने रखा. आज जवानों के बीच मिठाई बंटी, लेकिन उस दिन दाल रोटी पर आफत थी.
खैर एडीजी ने इंसाफ का भरोसा तो दिलाया, लेकिन अंतरिम रिपोर्ट में बीएसएफ ने साफ कर दिया कि अफसरों ने मुआयना किया और किसी जवान ने खाने को लेकर शिकायत दर्ज नहीं की. यहां तक कि तेज बहादुर ने भी अफसरों की टीम के सामने खाने का सवाल नहीं उठाया...