इस कहानी में सिसासत है, सत्ता है और इसके केन्द्र में एक नायक. देश के प्रधानमंत्री. अगर उनके शब्दों में कहें तो सवा अरब की आबादी वाले इस देश के प्रधान सेवक. दरअसल ये एक भाव है जिसके तहत बतौर पीएम अपनी भूमिका को देखते हैं नरेंद्र मोदी. इस रूप में दो साल का कार्यकाल पूरा भी हो गया. इसकी चर्चा देश विदेश में हुई.