जिनकी धुनों में अपने हिंदुस्तान का दिल धड़कता है, उनके सुरों में हमारा ये प्यारा वतन सांस लेता है. सारे जहां से अच्छा हमारा ये हिंदुस्तान उन गीतों पर इठलाता है और उसकी सुर लहरियों पर अपनी जान से भी प्यारा ये तिरंगा बड़े गुमान से फरहता है. आजादी की 70वीं वर्षगांठ पर अफसाने उन्हीं नगमों के सुनते हैं.