महाराष्ट्र के गृह मंत्री के इस्तीफे पर जितना भी दबाव बनाया जाए. एनसीपी की तरफ से ये संकेत आ रहे हैं कि अनिल देशमुख का इस्तीफा नहीं लिया जाए. आज शरद पवार की बातों से भी ये संकेत मिले थे. जब उन्होंने 100 करोड़ की वसूली वाले दावों पर परमबीर सिंह पर ही सवाल उठा दिए थे. ये कहा कि परमबीर सिंह ने पहले तो कोई शिकायत नहीं की थी. जब सरकार ने परमबीर सिंह का ट्रांसफर कर दिया तो वो आरोप लगाने लगे हैं. परमबीर सिंह के आरोप गंभीर जरूर हैं, लेकिन कोई सबूत नहीं दिए गए, सिर्फ आरोप लगाए गए. परमबीर सिंह के लेटर में जो दावे किए गए हैं, उनकी निष्पक्ष जांच, जूलियो रिबेरो जैसे बेदाग, निष्पक्ष और अनुभवी रिटायर्ड पुलिस अधिकारी से करवा लेनी चाहिए. आज शरद पवार ने ये साफ कर दिया था कि जिस सचिन वाजे के जरिए 100 करोड़ की वसूली का आरोप परमबीर सिंह ने लगाया है उस सचिन वाजे की बहाली में ना तो गृह मंत्री का रोल है और ना मुख्यमंत्री का रोल है. सचिन वाजे की बहाली परमबीर सिंह ने की है लेकिन पवार की इन बातों का क्या मतलब निकाला जाए. बीजेपी ने इसका मतलब निकाल लिया है कि शरद पवार पूरा सच नहीं बता रहे. वो आधी अधूरी बात कर रहे हैं और सरकार को बचाने में जुटे हैं. महाराष्ट्र की सरकार उन्हीं की प्रोडक्ट है तो अपने प्रोडक्ट को वो सेफगार्ड कर रहे हैं. देखें खबरदार, सईद अंसारी के साथ.
Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh's resignation is not required, NCP leader Jayant Patil said on Sunday. A minister himself in the Maha Vikas Aghadi government, Patil made the statement after a meeting at NCP chief Sharad Pawar's residence in Delhi. Watch the video to know more.