नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. सवाल उठ रहे हैं कि कृषि आंदोलन राजनीति के नाम हो चुका है. एक दिन की भूख हड़ताल किसान आंदोलनकारियों ने की लेकिन नेताओं के अनशन की ज्यादा चर्चा हुई. सीधे तौर पर यही दिख रहा है कि आंदोलन की फसल में सियासी फायदे की भूख मिटाने की कोशिश हो रही है. किसान आंदोलन पर अब सरकार को किस बात का इंतजार है? कैसे आंदोलनकारी किसानों से अलग, नए कानूनों के समर्थन में भी कई किसान संगठन आ चुके हैं. किसान आंदोलन के बाद जरूरी है ये जानना कि कोरोना की वैक्सीन कैसे देश में लोगों तक पहुंचेगी. न्यू ईयर में वैक्सीन वाली हैप्पी डोज का सॉलिड प्लान बन चुका है? वहीं ऑपरेशन कोरोना रिपोर्ट से क्या सच सामने आया है, ये जानना भी जरूरी है. देखें खबरदार, श्वेता सिंह के साथ.