वैसे तो नागरिकता कानून के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की बातें होती रही हैं. लेकिन जिस तरह से इसके नाम पर पहले दिल्ली फिर आज लखनऊ की सड़कों पर उपद्रव हुआ, उससे जाहिर है कि विरोध प्रदर्शन के नाम पर भारत के शहरों को हिंसा में झोंकने वाली भीड़ एक्टिव हो गई है. लखनऊ में तो आज हाल ये था कि पुलिस को हालात कंट्रोल करने में और पूरे शहर में हिंसा रोकने में पसीना छूट गया. विरोध प्रदर्शन को देखते हुए एहतियातन यूपी में धारा 144 लगी थी. फिर भी हज़ारों की भीड़ इकट्ठा की गई. देखिए खबरदार में इसका पूरा विश्लेषण.