सबसे पहले कुछ भावुक कर देने वाली तस्वीरें. इनमें शहीद के परिवार की खामोशी, दर्द और बलिदान का सम्मान है. आज शहीदों और उनके परिवारों का दर्द लॉकडाउन में भी देश ने महसूस किया है. क्योंकि भावनाएं कभी लॉक नहीं हो सकतीं. आज इन तस्वीरों में मौजूद भावनाओं को समझने का दिन है और पाकिस्तान के आतंक के खिलाफ बड़ा संकल्प लेने का दिन है. आतंक के इस वायरस का वैक्सीन भारत को ही इजाद करना होगा. भारत के वीर शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा की पत्नी पल्लवी की भावनाएं भारत की इस लड़ाई की ताकत बन सकती हैं. पल्लवी शर्मा की अपनी खुद की दुनिया उजड़ गई है, लेकिन वह शांत चित्त हैं, वो उस वीरता की परंपरा को जी रही हैं, जिस परंपरा में भारत मां के अनगिनत सपूत हंसते-हंसते देश पर न्योछावर हो गए और होते रहेंगे. आजहमारे साथ बात की शहीद कर्नल आशुतोष की पत्नी और उनके भाई ने. आजतक से बातचीत के दौरान उनकी पत्नी ने बताया कि कर्नल आशुतोष ने कभी पीछे हटना सीखा ही नहीं था.