उत्तर प्रदेश के चुनाव में पार्टियों ने चुन-चुन कर नेताओं के बेटे, बेटियों, रिश्तेदारों को टिकट दिए हैं. सबसे बड़ा सवाल बीजेपी पर है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजनीति में परिवारवाद से लड़ाई की लगातार बात करते रहे हैं. यूपी में बीजेपी ने जिस तरह से टिकट बांटे हैं उससे सवाल उठता है कि क्या पीएम मोदी की बात बीजेपी ने नहीं सुनी?
चायवाले और शहज़ादे की लड़ाई बनाकर नरेंद्र मोदी ने भारत में नेतागीरी के फैमिली बिज़नेस के सबसे बड़े ब्रांड की राजनैतिक मार्केट वैल्यू एकदम गिरा दी थी. लेकिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का नेतागीरी के परिवारतंत्र से पीछा क्यों नहीं छूट रहा है. खबरदार में देखिए इस बड़े सवाल का विश्लेषण.