उरी हमले के 9 दिन बाद भी देश को एक्शन की जगह पर सिर्फ़ रिएक्शन क्यों मिल रहा है. पानी से लेकर व्यापार तक बंद कर देने की बातें तो हो रही हैं लेकिन एक्शन के नाम पर सिर्फ़ मीटिंग ही क्यों हो रही है. सिंधु जल समझौते की समीक्षा के बाद अब गुरुवार को मोस्ट फेवर्ड नेशन के दर्जे के मामले पर मीटिंग होने वाली है. इसी बीच आज भारत ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त को बुलाकर उरी हमले के सबूत भी दिखाए और हमले के पाकिस्तानी कनेक्शन का सच सामने रखा. लेकिन पाकिस्तान को इन सबूतों से क्या फर्क पड़ेगा...ये बड़ा सवाल है...सवाल ये भी है कि हमारे यहां पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने की सिर्फ़ बातें हो रही हैं. जबकि अमेरिका में इसके लिए ऑनलाइन आंदोलन चल रहा है जिसमें एक लाख से ज़्यादा लोग शामिल हो चुके हैं.