आज 2019 का तीसरा दिन है और इन तीन दिन में कोई दिन ऐसा नहीं गया जिस दिन उस राजनीति का उबाल ना दिखे. जो राजनीति 2019 के उस चुनाव के लिए हो रही है जो चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किस्मत का फैसला करेगा. देश के अगले 5 साल का फैसला करेगा. यही वजह है कि ये कोई सामान्य साल नहीं है और यही वजह है कि कोई भी नेता 2019 की तैयारी के लिए अब टाइम गंवाना नहीं चाहता. एक-एक दिन अहम है. ये बात नरेंद्र मोदी भी समझते हैं और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी. शुरुआत तो पहले ही दिन से प्रधानमंत्री ने कर दी थी. कल का दिन राहुल गांधी ने अपने नाम कर लिया. अब तीसरा दिन प्रधानमंत्री ने अपने नाम कर लिया क्योंकि वो 2019 के मिशन में पंजाब पहुंच गए, जहां पहले वो जालंधर में एक यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में बोले. फिर गुरदासपुर की बड़ी रैली में उन्होंने 2019 के इलेक्शन को लेकर कांग्रेस को टारगेट पर लिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 के इलेक्शन कैंपेन के लिए जिस तरह से कमर कसी है. उसे इस तरह से समझा जा सकता है कि 2019 चुनाव अब उनके लिए कहीं ज़्यादा चुनौतियों से भरा है और पीएम कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते. किस तरह से वो चुनावी डेट आने से पहले ही रैलियों की सेंचुरी लगाने का प्लान बना चुके हैं. सबसे पहले हम आपको ये बताते हैं.
Today is third day of 2019 and every day we have seen big political attacks from Congress and BJP on each other. This is going on for Lok Sabha elections, which will decide the fate of Prime Minister Narendra Modi. This is why 2019 is special year and for both of them. Every day is important. Prime Minister took lead on day one. Yesterday Rahul Gandhi shined and on third day Prime Minister won the race. PM spoke in a university program in Jalandhar, then in a large rally in Gurdaspur. He took on Congress in his speech.