पुलवामा हमले ने भारत को नये तेवर दिए और देश ने अपने दुश्मनों को उनके घर में घुसकर मारा. आज की तारीख में भावनाएं भी हैं और आक्रोश भी है. ये सिर्फ कैलेंडर की एक तारीख नहीं है. इसमें देश को जोड़ने वाला दुख भी है और दुश्मन को सबक सिखाने वाली शक्ति का बोध भी है. देखें खबरदार.