रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस में है और उनके दौरे के बीच रूस ने अहम ऐलान किया है कि वो भारत-चीन के बीच नहीं आएगा. रूस की ओर से कहा गया कि दोनों देश अपने विवाद सुलझाने में सक्षम हैं. रूस के नेताओं के साथ राजनाथ सिंह की मुलाकातों में भारत-रूस रक्षा सौदों को और बल मिला है लेकिन इससे चीन का सिरदर्द बढ़ा है. चीन ने एक तरह से रूस से कहा है कि वो भारत को अभी हथियार न दे. चीन पर पड़ा ये दबाव भारत की आक्रामक नीति का असर मालूम पड़ता है. चीन अब पूर्वी लद्दाख में तनाव कम करने को लेकर राजी हुआ है. कल भारत-चीन सैन्य वार्ता में इस दिशा में सकारात्मक पहल हुई है. लेकिन चीन के वादों के बावजूद भारत की सैन्य तैयारियां जारी हैं. सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे 2 दिनों के लेह दौरे पर पहुंचे हैं. देखिए खबरदार में पूरी रिपोर्ट.