संघ ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो राम मंदिर मुद्दे पर 1992 जैसा आंदोलन होगा. राम मंदिर मुद्दे पर कोई रास्ता निकलता ना देखकर संघ ने ये ब्रह्मास्त्र चला है. हालांकि संघ अभी अदालत से ही हिंदू जनभावनाओं को समझने की अपील कर रहा है. लेकिन संघ का तेवर बता रहा है कि वो राम मंदिर मुद्दे पर एक बार फिर आर-पार की लड़ाई के मूड में है. राम मंदिर पर संघ का आज का ये बयान महाराष्ट्र में संघ के तीन दिनों के कॉन्क्लेव के बाद आया है. इस बैठक के दौरान संघ नेताओं से बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की भी लंबी मुलाकात हुई है. 29 अक्टूबर को कोर्ट के फैसले में राम मंदिर मुद्दे को जनवरी तक टाल देने के बाद संघ-वीएचपी के सुर बेहद आक्रामक हुए हैं.
The RSS has said that if needed, there will be a movement like 1992 on the Ram temple issue. Although RSS is still appealing to the court to understand the feeling of Hindu. Statement of the RSS on Ram Mandir has come after the Conclave in Maharashtra. During this meeting, BJP president Amit Shah has also met with RSS leaders.